खेती बाड़ी

गेहूं भाव बढ़ेगा या नहीं, जाने गेहूं का सरकारी रेट, गेहूं 2023-24 विपणन वर्ष में उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

साथीयों गेहूं भाव बढ़ेगा या नहीं. इस बार यह किसानो के साथ साथ व्यापारियों के लिए बहुत बड़ा सवाल बना हुआ है, ऐसे में गेहूं 2023-24 विपणन वर्ष में उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर रहने का अनुमान बताया जा रहा है,गेहूं का सरकारी रेट, इस समय क्या है, आज विस्तार से जानकारी लेकर हाज़िर है।

गेहूं भाव बढ़ेगा या नहीं जानें पूरी रिपोर्ट

इस बार फ्लोर मिल मालिकों का कहना है कि अप्रैल से शुरू हो रहे 2023-24 विपणन वर्ष में भारत में गेहूं का उत्पादन अपने रिकॉर्ड स्तर 1080/1100 लाख टन रहेगा. जो वित्त वर्ष 2023 के उनके अनुमान की तुलना में 12 से 14 प्रतिशत ज्यादा है, हालांकि उनका कहना है कि गेहूं की कीमत 2125 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के आसपास बनी रहेगी क्योंकि पुराना स्टॉक खाली है। रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, मांग और आपूर्ति में अंतर बना रहेगा। लेकिन रिकॉर्ड उत्पादन की वजह से कीमत कम होगी और सरकार अपने लक्ष्य के मुताबिक 340 लाख टन गेहूं खरीद सकेगी।

गेहूं का सरकारी रेट (Wheat Msp rate 2023)

वित वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (गेहूं का सरकारी रेट) 2125 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जिस पर सरकारी खरीद जल्द ही शुरू हो जाएगी,प्रांतीय एजेंसियों को गेहूं की खरीद के लिए यथाशीघ्र तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया गया है, FCI के CMD ने प्रांतीय एजेंसियों औपचारिक तौर पर खरीद का सीजन आरंभ होने से पूर्व ही गेहूं खरीदने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर लेने का निर्देश दिया है। उन्होंने एजंसियों को बोरियों एवं अन्य सामग्रियों की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है ताकि सरकारी क्रय केन्द्रों पर किसानों से गेहूं खरीदते समय किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो।

गेहूँ 2023-24 विपणन वर्ष मे गेहूं के बंपर उत्पादन

फरवरी में जारी अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में केंद्र ने 2023-24 में गेहूं का उत्पादन 1121.8 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है, जो रिकॉर्ड होगा। यह पिछले साल के उत्पादन से 4.12 प्रतिशत ज्यादा होगा। गेहूं के रकबे में बढ़ोतरी के कारण उत्पादन अधिक होने का अनुमान लगाया गया है। 2021-22 में केंद्र ने पहले अनुमान में 1113.2 लाख टन गेहूं उत्पादन की उम्मीद जताई थी, जिसे बाद के अनुमान में घटाकर 1077.4 लाख टन कर दिया गया था। खराब मौसम के कारण उत्पादन में 35.8 लाख टन कमी आई थी।

ये भी पढ़ें 👉चना MSP 2023,सरसों, सूरजमुखी की सरकारी खरीद हुई घोषित,इतनी खरीद करेगी सरकार

गेहूं उत्पादन (Wheat Production) कमी के चलते रही तेजी

बीते साल कम उत्पादन के कारण कीमतों में तेजी आई और कीमत 10 से 12 प्रतिशत बढ़ गई थी। सरकार के वित्त वर्ष 23 के अनुमान से उत्पादन 950 से 970 लाख टन था।FCI द्वारा खुले बाजार में गेहूं बेचने से कीमत कम होनी शुरू हो गई थीं और इसका असर अगले महीने दिखेगा व प्रमुख महंगाई दर के आंकड़ों पर भी इसका असर नजर आएगा।

सोशल मीडिया फेसबुक से जुड़े 👉join US here

सोशल ग्रुप व्हाट्सएप से जुड़े 👉join US

conclusion :- आज हमने जाना गेहूं का भाव बढ़ेगा या नहीं, गेहूं का सरकारी रेट क्या है, गेहूं में तेजी कब तक आयेगी, गेहूं का उत्पादन कीतना रहेगा, रोजाना वेबसाईट पर सभी मंडियों के ताजा भाव और खेती बाड़ी से जुड़े सभी पहलू पर चर्चा पेश की जाति है, हमारा प्रयास किसानो तक सही समय पर स्टिक जानकारी देना है।

Web Desk

Umang Haryana News Website is a leading news platform dedicated to the state of Haryana, providing the latest news, events, and information. Here, you will find comprehensive news in Hindi covering politics, education, employment, agriculture, weather, and culture. The mission of Umang Haryana is to deliver accurate and reliable news to the citizens of Haryana and keep them updated on the latest happenings in the state. The website also offers information about new government schemes, programs, and job opportunities. Umang Haryana News is the voice of the state, connecting you to the most recent and significant news every day.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button